क्षारीय और अम्लीय आहार क्या है
क्षारीय और अम्लीय आहार क्या है जीवनशैली में परिवर्तन और उसी सन्दर्भ में शरीर की एसिडिक कंडीशन को अल्कलाइन में बदलने से अनेक रोगों से मुक्ति मिल जाती है।
आज इसी सन्दर्भ में महत्वपूर्ण जानकारी शेयर कर रहा हूं जो सभी को अपनानी चाहिए।
शरीर को कर लो अल्कलाइन
हार्ट, कैंसर, किडनी, थायराइड, शुगर, आर्थराइटिस, सोरायसिस भी पास नहीं फटकेगा।
कोई भी रोग हो चाहे कैंसर भी, अल्कलाइन या क्षारीय वातावरण में पनप नहीं सकता – डॉक्टर Otto Warburg, नोबेल पुरस्कार विजेता, 1931.
No Disease including cancer, can exist in an alkaline environment”
Dr. Otto Warburg – Noble Prize Winner 1931
दोस्तो कई दिनों से हम सोच रहे थे के हम आपको एक ऐसी चीज बताएं जिससे कि आपके शरीर के सभी रोग स्वतः ही समाप्त हो जाए जैसे :
डायबिटीज, कैंसर, हार्ट, ब्लड प्रेशर, क्षारीय और अम्लीय आहार क्या है जोड़ों का दर्द, UTI – पेशाब के रोग, ऑस्टियोपोरोसिस, सोरायसिस, यूरिक एसिड का बढ़ना, गठिया, थायराइड, गैस, बदहज़मी, दस्त, हैज़ा, थकान, किडनी के रोग, पेशाब सम्बंधित रोग, पत्थरी और अन्य कई प्रकार के जटिल रोग।
इन सबको सही करने का सबसे सही और सस्ता उपयोग है शरीर को एल्कलाइन कर लेना।
पहले तो जानिए पी एच लेवल क्या होता है?
इसको समझने के लिए सबसे पहले आपको PH को समझना होगा, क्षारीय और अम्लीय आहार क्या है हमारे शरीर में अलग अलग तरह के द्रव्य पाए जाते हैं, उन सबकी PH वैल्यू अलग अलग होती है।
हमारे शरीर की सामान्यतः Ph लेवल 7.35 से 7.41 तक होती है।
PH लेवल, पैमाने में PH 1 से 14 तक होती है जिसमें 7 PH न्यूट्रल मानी जाती है, यानी ना एसिडिक और ना ही एल्कलाइन।
7 से 1 की तरफ ये जाती है तो समझो एसिडिटी यानी अम्लता बढ़ रही है,
और 7 से 14 की तरफ जाएगी तो Alkalinity यानी क्षारीयता बढ़ रही है।
अगर हम अपने शरीर के अन्दर पाए जाने वाले विभिन्न द्रव्यों की PH को अल्कलाइन की तरफ लेकर जाते हैं।
तो हम बहुत सारी बीमारियों के मूल कारण को हटा सकते हैं और उनको हमेशा के लिए समाप्त कर सकते हैं।
कैंसर PH –
उदहारण के तौर पर सभी तरह के कैंसर सिर्फ Acidic Environment या अम्लीय वातावरण में ही पनपते हैं।
क्योंकि कैंसर की कोशिका में शुगर का ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में Fermentation होता है जिससे अंतिम उत्पाद के रूप में लैक्टिक एसिड बनता है और यही लैक्टिक एसिड, अम्लीय वातावरण (Acidic Environment) पैदा करता है क्षारीय और अम्लीय आहार क्या है जिस से वहां पर एसिडिटी बढती जाती है और कैंसर की ग्रोथ बढती जाती है। ये हम सभी जानते हैं कि कैंसर होने का मूल कारण यही है कि कोशिकाओं में ऑक्सीजन बहुत कम मात्रा में और ना के बराबर पहुँचता है।
वहां पर मौजूद ग्लूकोस लैक्टिक एसिड में बदलना शुरू हो जाता है।
Gout and PH – गठिया
दूसरा उदहारण है– Gout जिसको गठिया भी कहते हैं, इसमें रक्त में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे रक्त एसिडिक होना शुरू हो जाता है।
जितना ब्लड अधिक एसिडिक होगा उतना ही यूरिक एसिड उसमे ज्यादा जमा होना शुरू हो जायेगा।
अगर हम ऐसी डाइट खाएं जिससे हमारा पेशाब अल्कलाइन या क्षारीय हो जाए तो ये बढ़ा हुआ यूरिक एसिड अल्कलाइन यूरीन में आसानी से बाहर निकल जायेगा।
UTI and PH – पेशाब का संक्रमण
तीसरा उदहारण है — UTI जिसको Urinary tract infection कहते हैं, इसमें मुख्य रोग कारक जो बैक्टीरिया है वो E.Coli है, ये बैक्टीरिया एसिडिक वातावरण में ही ज्यादा पनपता है। इसके अलावा Candida Albicanes नामक फंगस भी एसिडिक वातावरण में ही ज्यादा पनपता है।
इसीलिए UTI तभी होते हैं जब पेशाब की PH अधिक एसिडिक हो।
किडनी और PH –
चौथा एक और उदाहरण देते हैं— किडनी की समस्या मुख्यतः एसिडिक वातावरण में ही होती है, अगर किडनी का PH हम एल्कलाइन कर देंगे तो किडनी से सम्बंधित कोई भी रोग नहीं होगा।
मसलन क्रिएटिनिन, यूरिक एसिड, पत्थरी इत्यादि समस्याएँ जो भी किडनी से सम्बंधित हैं वो नहीं होंगी।
वर्तमान स्थिति
आजकल हम जो भी भोजन कर रहें हैं वो 90 प्रतिशत तक एसिडिक ही होता है, और फिर हमारा सवाल होता है कि हम सही क्यों नहीं हो रहे ?
या फिर कहते हैं कि हमने ढेरों इलाज करवाए मगर आराम अभी तक नहीं आया।
बहुत दवा खायी मगर फिर भी आराम नहीं हो रहा।
तो उन सबका मुख्यः कारण यही है कि उनका PH लेवल कम हो जाना अर्थात एसिडिक हो जाना।
आज हम इसी विषय पर बात करेंगे कि कैसे हम अपना PH लेवल बढ़ाएं और इन बीमारियों से मुक्ति पायें।
कैसे बढ़ाएं PH level ?
इन सभी अल्कलाइन या क्षारीय खाद्य पदार्थो का सेवन नित्य करिये…
फल –
सेब, खुमानी, ऐवोकैडो, केले, जामुन, चेरी, खजूर, अंजीर, अंगूर, अमरुद, नींबू, आम, , नारंगी, संतरा, पपीता, आड़ू, नाशपाती, अनानास, अनार, खरबूजे, किशमिश, इमली इत्यादि।
– इसके अलावा तुलसी, सेंधा नमक, घाणी का शुद्ध तेल, टमाटर, अजवायन, दालचीनी, तिल, बाजरा इत्यादि।
मुख्य बात :
आज सभी घरों में कंपनियों का पैकेट वाला डिब्बा बोतलों में बंद अनेक नामों से कम्पनियों का तेल व आयोडीन सफेद नमक प्रयोग हो रहा है, ये धीमा ज़हर है,रिफाइंड तेल सबसे बड़ा जहर है और नमक यह अम्लीय (acidic) होता है और इसमें सामान्य से आयोडीन की अधिक मात्रा भी होती है, जो अत्यंत घातक है शरीर के लिए। इस रिफाइंड तेल व नमक से हृदय रोग, थायराइड , कैंसर, लकवा, नपुंसकता, मोटापा, एसिडिटी, मधुमेह, किडनी रोग, लिवर रोग,बाल झड़ना, दृष्टि कम होना जैसे अनेकों रोग कम आयु से बड़ी आयु तक के सभी घर के सदस्यों को हो रहे हैं।
जो पैकेट नमक के प्रयोग से पूर्व कभी नही होते थे।
इसलिए आयोडीन की कमी का झूठ फैलाकर बीमारी का सामान हर घर तक पहुंचाया गया, जिसने दवाइयों के कारोबार को अरबो, खरबो का लाभ पहुंचाया है।
इसके विकल्प के रूप में आज से ही सेंधा नमक का प्रयोग शुरू कर दीजिए।
क्षारीय और अम्लीय आहार क्या है यह पूरी तरह से प्राकृतिक और क्षारीय (Alkaline) होता है और आयोडीन भी सामान्य मात्रा में होता है।
अन्यथा आपके सारे उपचार असफल सिद्ध होते रहेंगे, क्योंकि हर भोजन को सफेद नमक ज़हरीला बना देगा, चाहे कितनी अच्छी सब्जी क्यों न बनाएं आप।
अल्कलाइन पानी (AlkaLine Water) बनाने की विधि
रोगी हो या स्वस्थ उसको यहाँ बताया गया ये Alkaline Water ज़रूर पीना है।
इसके लिए ज़रूरी क्षारीय सामान :
1 नीम्बू, 25 ग्राम खीरा, 5 ग्राम अदरक, 21 पोदीने की पत्तियां, 21 पत्ते तुलसी, आधा चम्मच सेंधा नमक, चुटकी भर मीठा सोडा। अभी इन सभी चीजों को लेकर पहले छोटे छोटे टुकड़ों में काट लीजिये, क्षारीय और अम्लीय आहार क्या है निम्बू छिलके सहित काटने की कोशिश करें। एक कांच के बर्तन में इन सब चीजों को डाल दीजिये और इसमें डेढ़ गिलास पानी डाल दीजिये, क्षारीय और अम्लीय आहार क्या है पूरी रात इस पानी को ढक कर पड़ा रहने दें। क्षारीय और अम्लीय आहार क्या है और सुबह उठ कर शौच वगैरह जाने के बाद खाली पेट सब से पहले इसी को छान कर पीना है। क्षारीय और अम्लीय आहार क्या है क्षारीय और अम्लीय आहार क्या है छानने से पहले इन सभी चीजों को हाथों से अच्छे से मसल लीजिये और फिर इसको छान कर पीजिये। फिर चमत्कार होते देखिए।
Alkaline के लिए दूसरी विधि
1 लौकी (जिसे दूधी भी कहा जाता है) का जूस एक गिलास, इसमें 5-5 पत्ते तुलसी और पोदीने के डाल कर पियें। What are acidic and alkaline foods?
ध्यान रहे:-
इनको सुबह खाली पेट ही पीना है, अर्थात इनसे पहले कुछ भी खाना पीना नहीं है और इनको पीने के बाद एक घंटे तक कुछ भी खाना पीना नहीं है।
क्षारीय और अम्लीय आहार क्या है:- सावधानी चाय, कॉफ़ी, चीनी, पैकेट वाला कंपनियों के तेल, सफेद नमक, रिफाइंड तेल, ये सब ज़हर के समान हैं!
अगर आप किसी रोग से ग्रस्त हैं क्षारीय और अम्लीय आहार क्या है तो सबसे पहले आपको इनको छोड़ना होगा और इसके साथ ऊपर बताये गए फल सब्जियां कच्चे ही सेवन करें।
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