भुजंगासन के जबरदस्त फायदे

भुजंगासन को कोबरा पोज़ भी कहा जाता है क्योंकि इसमें शरीर के अगले भाग को कोबरा के फन के तरह उठाया जाता है।

भुजंगासन की जितनी भी फायदे गिनाए जाएं कम है। भुजंगासन का महत्व कुछ ज्यादा ही है क्योंकि यह सिर से लेकर पैर की अंगुलियों तक फायदा पहुंचाता है।

  • आप सबसे पहले #पेट के बल लेट जाएं।

     

  • अब अपने #हथेली को कंधे के सीध में लाएं।

     

  • दोनों पैरों के बीच की दुरी को कम करें और पैरों को सीधा एवं तना हुआ रखें।

     

  • अब साँस लेते हुए शरीर के अगले भाग को नाभि तक उठाएं।

     

  • ध्यान रहे की कमर पर ज़्यदा #खिंचाव न आये।

     

  • अपने हिसाब से इस आसान को बनाए रखें।

     

  • योगाभ्यास को धारण करते समय धीरे धीरे स्वाँस लें और धीरे धीरे स्वाँस छोड़े।
  •  
  • जब अपनी पहली अवस्था में आना हो तो गहरी स्वाँस छोडते हुए प्रारम्भिक अवस्था में आएं।

 

इस तरह से एक चक्र पूरा हुआ।
शुरुवाती दौर में इसे 3 से 4 बार करें।
धीरे धीरे योग का धारण समय एवं चक्र की नंबर को बढ़ाएं।

भुजंगासन के जबरदस्त फायदे

भुजंगासन के नियमित अभ्यास से पैंक्रियाज को सक्रिय करता है और सही मात्रा में इन्सुलिन के बनने में मदद करता है।

भुजंगासन: के नियमित अभ्यास करने से शरीर को सुडौल एवं खूबसूरत बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है।

 

#भुजंगासन के नियमित अभ्यास करने से सम्पूर्ण शरीर में खिंचाव ले कर आता है और यही नहीं शरीर के अतरिक्त चर्बी को पिघालने में बहुत मददगार है। और भुजंगासन के जबरदस्त फायदे

भुजंगासन के नियमित अभ्यास करने से निश्चित रूप से शरीर का वजन कम होगा और आप मोटापा से नजात पा सकते हैं। इसके लिए चाहिये आप ज़्यदा से ज़्यदा खिंचाव पेट के हिस्से में लें और जहाँ तक भी हो सके इस अभ्यास को अधिक समय तक धारण करें।

भुजंगासन को ठीक तरह से किया जाए तो कमर दर्द में बहुत जबरदस्त फायदे है। इसे नियमित रूप से किया जाए तो हमेशा हमेशा के लिए कमर दर्द से नजात मिल सकता है।

भुजंगासन अस्थमा रोगियों के लिए बहुत  जबरदस्त फायदे है। इससे फेफड़े में खिंचाव आता है और फेफड़े में ऑक्सीजन की प्रवेश क्षमता बढ़ जाती है।

भुजंगासन के नियमित रूप से इस योगभ्यास को करने से बहुत सारी स्त्री रोगों जैसे सिफिलिस, गोनोरिया इत्यादि से बच सकते हैं।

भुजंगासन अभ्यास क्रम में यदि छत को देखते हैं तो गर्दन वाले हिस्से में अच्छा खासा #खिंचाव आता है जो #थाइरॉइड एवं पैराथाइरॉइड ग्रंथियों को सक्रिय करने में मददगार है और थाइरोइड जैसी समस्याओं के लिए फायदेमंद है।

भुजंगासन के नियमित अभ्यास किया जाए तो स्लिप् डिस्क जैसी समस्याओं से नजात मिल सकती है। और भुजंगासन के जबरदस्त फायदे

भुजंगासन आमासय रस के स्राव में मददगार है और बहुत सारी परेशानियों जैसे कब्ज, अपच, गैस, अम्लीयता आदि से बचाता है। यह आप की पाचन सकती को सुदृढ़ एवं प्रबल भी बनाता है ।

भुजंगासन एड्रेनैलिन ग्रंथि को प्रभावित करता है और एड्रेनैलिन हॉर्मोन के स्राव में मदद करता है और इस तरह से तनाव, चिंता, डिप्रेशन इत्यादि को कम करने में मदद करता है। भुजंगासन के जबरदस्त फायदे

भुजंगासन की सावधानियाँ और भुजंगासन के जबरदस्त फायदे

 

अधिक कमर दर्द में भुजंगासन को नहीं करना चाहिए।

 

गर्ववती महिलाओं को इस योग के करने से बचना चाहिए ।भुजंगासन के जबरदस्त फायदे

 

हर्निया एवं अलसर से पीड़ित रोगियों को यह आसन नहीं करनी चाहिए ।

 

भुजंगासन करने के बाद आगे झुकने वाले योग जैसे नौकासन, पवनमुक्तासन, हलासन, पर्वतासन आदि आसन करनी चाहिए 

 

 सावधानी बरतें 

सिर और पीठ को झटके से न झुकाएं।
अपने कंधों को सिकुड़ने न दें। उन्हें यथासंभव फैलाएं।
प्रेगनेंट महिलाएं, थायरॉइड और हर्निया के रोगियों के लिए यह वर्जित है। यह आसन करते वक्त हमेशा कभी कमर को झटका नहीं देना चाहिए।

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