क्या है फूड प्वाइजनिंग ?

क्या है फूड प्वाइजनिंग?- फूड प्वाइजनिंग का अर्थ विषाक्त भोजन से है।यदि खाना खाने के बाद किसी व्यक्ति को 1 से 6 घंटे के बीच उल्टियां शुरू हो जाती हैं, तो यह फूड प्वाइजनिंग होती है। फूड प्वाइजनिंग होने पर चिकित्सक की सलाह लेना बहुत जरूरी है।बरसात का मौसम शुरू हो चुका है,लेकिन गर्मी अभी कम नहीं हुई है।सेहत के लिहाज से यह मौसम बहुत संवेदनशील होता है।इस मौसम में भोजन सामग्री के जल्दी खराब होने की अधिक संभावना होती है।इस तरह के खाद्य पदार्थों का सेवन करने से फूड प्वाइजनिंग हो सकती है।क्यों होती है फूड पॉइजनिंग– यह साधारणतः बैक्टीरिया युक्त भोजन करने से होती है,इसका आम कारण है सालमोनेला बैक्टीरिया।इसके अलावा बोटूलिनम बैक्टीरिया,रोटावायरस, एस्ट्रोवायरस या अन्य पैरासाइट भी इसका कारण हो सकते हैं। फूड प्वाइजनिंग के लक्षण- -जी मचलाना -उल्टियां होना -पेट दर्द या मरोड़ का होना -बुखार -सिर दर्दक्या है फूड प्वाइजनिंग : -दस्त लगना(डायरिया) इनमें से कुछ लक्षणों का होना ही फूड प्वाइजनिंग का संकेत हो सकता है। -इससे बचने के लिए घर में साफ- सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। -बाहर का खुला,गंदे,अत्यधिक ठंडे एवं असुरक्षित स्थान पर रखा भोजन नहीं करना चाहिए। -इस मौसम में ब्रेड,पाव आदि में फफूंद जल्दी लगने की संभावना होती है।अतः इनका सेवन ना करें या फ्रेश लें।क्या है फूड प्वाइजनिंग  -: किचन की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। -बर्तनों में गंदगी ना रहने दें। -फ्रिज में काफी दिनों से रखें भोजन का सेवन ना करें। फूड प्वाइजनिंग पर घरेलू उपचार के तौर पर एक गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़ कर (स्वाद के लिए शहद मिला सकते है)सेवन करें। –तुलसी के पत्तों का रस शहद का सेवन करें। फूड प्वाइजनिंग होने की स्थिति में जल्दी ही चिकित्सक से संपर्क करें।

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