दमा जिसमें कफ (बलगम) निकलता हो उसमें अंजीर खाना लाभकारी है। इससे कफ बाहर आ जाता है तथा रोगी को शीघ्र ही आराम भी मिलता है।

अंजीर के फायदे और उपयोग

 

दमा में अंजीर का उपयोग फायदेमंद-

• दमा जिसमें कफ (बलगम) निकलता हो उसमें अंजीर खाना लाभकारी है। इससे कफ बाहर आ जाता है तथा रोगी को शीघ्र ही आराम भी मिलता है। • प्रतिदिन थोड़े-थोड़े अंजीर खाने से पुरानी कब्जियत में मल साफ और नियमित आता है। 2 से 4 सूखे अंजीर सुबह-शाम दूध में गर्म करके खाने से कफ की मात्रा घटती है, शरीर में नई शक्ति आती है और दमा (अस्थमा) रोग मिटता है।

  • प्यास की अधिकता दूर करे अंजीर का सेवन
  • बार-बार प्यास लगने पर अंजीर का सेवन करें।


    मुंह के छाले में अंजीर का उपयोग फायदेमंद


    अंजीर का रस मुंह के छालों पर लगाने से आराम मिलता है।

प्रदर रोग में लाभकारी है अंजीर के फायदे और उपयोग-

अंजीर का रस 2 चम्मच शहद के साथ प्रतिदिन सेवन करने से दोनों प्रकार के प्रदर रोग नष्ट हो जाते हैं।

दांतों के दर्द में अंजीर के इस्तेमाल से लाभ

• अंजीर का दूध रुई में भिगोकर दुखते दांत पर रखकर दबाएं। • अंजीर के पौधे से दूध निकालकर उस दूध में रुई भिगोकर सड़ने वाले दांतों के नीचे रखने से दांतों के कीड़े नष्ट होते हैं तथा दांतों का दर्द मिट जाता है।

पेशाब का अधिक आना दूर करे अंजीर के फायदे और उपयोग-

3-4 अंजीर खाकर, 10 ग्राम काले तिल चबाने से यह कष्ट दूर होता है।

मुंहासे में अंजीर के फायदे और उपयोग

कच्चे अंजीर का दूध मुंहासों पर 3 बार लगाएं।

त्वचा सम्बंधी रोगों में अंजीर लाभकारी-

• कच्चे अंजीर का दूध समस्त त्वचा सम्बंधी रोगों में लगाना लाभदायक होता है। • अंजीर का दूध लगाने से दिनाय (खुजली युक्त फुंसी) और दाद मिट जाते हैं। • बादाम और छुहारे के साथ अंजीर को खाने से दाद, दिनाय (खुजली युक्त फुंसी) और चमड़ी के सारे रोग ठीक हो जाते है।

दुर्बलता दूर करने में अंजीर के फायदे और उपयोग

• पके अंजीर को बराबर की मात्रा में सौंफ के साथ चबा-चबाकर सेवन करें। इसका सेवन 40 दिनों तक नियमित करने से शारीरिक दुर्बलता दूर हो जाती है। • अंजीर को दूध में उबालकर-उबाला हुआ अंजीर खाकर वही दूध पीने से शक्ति में वृद्धि होती है तथा खून भी बढ़ता है।

रक्त शुद्धि हेतु अंजीर का औषधीय गुण फायदेमंद-

10 मुनक्के और 5 अंजीर 200 मिलीलीटर दूध में उबालकर खा लें। फिर ऊपर से उसी दूध का सेवन करें। इससे रक्तविकार दूर हो जाता है।

पेचिश में अंजीर के फायदे और उपयोग

  • अंजीर का काढ़ा 3 बार पिलाएं।
  • ताकत को बढ़ाने वाला
    सूखे अंजीर के टुकड़े और छिली हुई बादाम गर्म पानी में उबालें। इसे सुखाकर इसमें दानेदार शक्कर, पिसी इलायची, केसर, चिरौंजी, पिस्ता और बादाम बराबर मात्रा में मिलाकर 8 दिन तक गाय के घी में पड़ा रहने दें। बाद में रोजाना सुबह 20 ग्राम तक सेवन करें। छोटे बालकों की शक्तिक्षीण के लिए यह औषधि बड़ी हितकारी है।

जीभ की सूजन दूर करे में अंजीर के फायदे और उपयोग-

  • सूखे अंजीर का काढ़ा बनाकर उसका लेप करने से गले और जीभ की सूजन पर लाभ होता है।
  • फोड़े में अंजीर के इस्तेमाल से फायदा-
  • ताजे अंजीर कूटकर, फोड़े आदि पर बांधने से शीघ्र आराम होता है।

 

दस्त साफ लाने के लिए अंजीर के फायदे लाभकारी-

  • दो सूखे अंजीर सोने से पहले खाकर ऊपर से पानी पीना चाहिए। इससे सुबह साफ दस्त होता है।
  • टी.बी के रोग में लाभकारी है अंजीर का प्रयोग- इस रोग में अंजीर खाना चाहिए। अंजीर से शरीर में खून बढ़ता है। अंजीर की जड़ और डालियों की छाल का उपयोग औषधि के रूप में होता है। खाने के लिए 2 से 4 अंजीर का प्रयोग कर सकते हैं।

फोड़े-फुंसी में अंजीर के फायदे और उपयोग लाभकारी है, अंजीर की पुल्टिस बनाकर फोड़ों पर बांधने से यह फोड़ों को पकाती है।

अंजीर के फायदे और उपयोग

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